Gujiya Banane ki Vidhi | मावा गुजिया बनाने की आसान विधि 2023

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Gujiya Banane ki Vidhi: गुजिया एक भारतीय मिठाई है जो होली जैसे विभिन्न उत्सवों में बनाई जाती है। यह मैदे से बनी होती है जो की मावे और सूजी के मिश्रण से भरा जाता है। इसके अलावा, यह ड्राई फ्रूट्स और खोया भी मिलाया जाता है जो इसे और खास व्यंजन बनाते हैं। यदि आप गुझिया बनाने आसान विधि जानना चाहते हैं तो यह पोस्ट आपके लिए है । 

आप इसे अपने घर पर जरूर ट्राई करें, पसंद आये तो अपने अनुभव हमारे साथ जरूर शेयर करें।

Gujiya Banane के लिए आवश्यक सामग्री :

  • 2 कैप मैदा (या 1 कप आटा और एक कप मैदा)
  • 2 चम्मच घी या तेल (आटा गूंथने के लिए)
  • 1/4 कप दूध (आटा गूंथने के लिए) या 1 कप गर्म पानी
  • 1/2 कप सूखा खोपरा
  • 1/4 कप सूजी बारीक या मोटी सूजी
  • 1/4 कप काजू बादाम बारीक कटे हुए
  • 150 ग्राम या 1.5 कप मावा
  • 1/2  आधा चम्मच इलायची
  • 1/3 कप चीनी

Gujiya Banane ki Vidhi

1- मावा गुजिया बनाने के लिए एक बर्तन में हम दो कप मैदा लेंगे। आप चाहे तो एक कप आटा लेकर और एक कप मैदे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

2- फिर हम इसमें २ चम्मच घी या तेल डाल देंगे। आटे को अच्छे से मिला देंगे । और इसमें 1/4 कप दूध डालकर आटे को अच्छे से गूँधेंगे। 
3- उसके बाद आटे को 15 मिनिट के लिए ढक कर  रख देंगे। 
4- उसके बाद कड़ाई में 1/2 कप किसा हुआ सूखा खोपरा अच्छे से बिना घी या तेल के धीमी आंच में अच्छे से भूनेंगे। जब नारियल का कलर हल्का से  बदलने लगे तब गैस बंद करके इसे एक प्लेट में निकल लेंगे।  
5- अब कड़ाई में २ चम्मच घी डालेंगे और उसमे 1/4 कप सूजी बारीक या मोटी सूजी डालेंगे।
6- सूजी  आप  अपनी पसंद के अनुसार कोई भी इस्तेमाल कर सकते है सूजी / रवा बारीक या मोटी जो भी हो उससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। 
7- जब तक सूजी / रवा का कलर बदलने न लग जाये तब तक उसे अच्छे से घी में भूनेंगे।  जब सूजी का कलर बदलने तब उसे एक प्लेट में निकाल ले। 
8 – अब हम काजू बादाम को भूनेंगे उसके लिए कड़ाई में 1 चम्मच घी और उसमे बाकिर कटे हुए  1/4 कप काजू बादाम डालकर १ मिनिट तक भूनेंगे । 
9 – उसके बाद इसमें 150 ग्राम या 1.5 कप मावा मावा डालकर अच्छे से मिला दे  उसके बाद उसमे आधा चम्मच इलायची का पाउडर डालकर अच्छे से मिलाये। 
10 – जब मावा अच्छे से मिल जाये तब गैस बंद करके उसे एक  बर्तन में निकल दे। 
11 – ध्यान रखे मावे को बहुत ज्यादा देर तक नहीं भूनना है। 
12 – इसके बाद अब हम मावे में जो हमने सूजी तैयार की थी वो और उसके साथ जो खोपरा / नारियल तैयार किया था उसे भी मावे में डालकर अच्छे से मिला मिला लेंगे। 
13 – उसके बाद मिश्रण में 1/3 कप चीनी डालकर और अच्छे से  मिला लेंगे।  आप चीनी का इस्तेमाल अपनी जरुरत के आधार पर कर सकते है।  यदि आप ज्यादा मीठा पसंद करते है तो चीनी को थोड़ा ज्यादा रख सकते  है। 
14 – अब आटे को निकलकर थोड़ा अच्छे से गूंध लेंगे और उसकी छोटी छोटी पूरी की तरह लोई बना ले। 
15 – अब एक गुजिया मेकर मोल्ड के इस्तेमाल से हम एक आटे की पूरी को बेकलर Gujia Maker पर रखेंगे आप पूरी बेलने के लिए सूखे आटे की मदद ले सकते है।  
16 – पूरी को  गुजिया मेकर मोल्ड में रखने से पहले आप मेकर मोल्ड घी से ग्रिस कर सकते है जिससे गुजिया मेकर मोल्ड में चिपकेगी नहीं।  पूरी को मेकर मोल्ड  रखने के बाद पूरी के कोनो पर पानी लगा दे जिससे पूरी तलने पर खुलती नहीं है।  और पानी लगाने के बाद 1 से 1.5 चम्मच मावे के मिश्रण को पूरी के बिच में रखकर दबा दे। 
16 – अब आपकी गुजिया तलने के लिए तैयार है। 
17 – यदि आप गुजिया मेकर मोल्ड के बिना गुजिया बनाना चाहते है तो आप सामान्य पूरी की तरह पहले पतली बेल ले और उसके बाद बिच में मावे के मसाले को रखकर पूरी के कोनो पर पानी लगाकर एक और से पलट ले और उसके बाद फोर्क की मदद से किनारो को बंद कर दे. फोटो में आप देख सकते है। 
18 – ये प्रोसेस अच्छे से करके आप बिना मेकर मोल्ड के भी बढ़िया गुजिया बना सकते है। 
19 – अब घी / तेल  को नार्मल टेम्प्रेचर (धीमी ) आंच पर गर्म करे और गुजिया को दोनों और से अच्छे से फ्राई करे।  ध्यान रखे गैस का टेम्प्रेचर नार्मल हो ज्यादा तेज़ नहीं। हल्का कलर ब्राउन होने तक फ्राई करे। 

20- आपकी गुजिया सर्व करने के तैयार है। उम्मीद है कि यह मावा गुजिया बनाने की आसान विधि आपको पसंद आई होगी। यदि आप किसी अन्य व्यंजन के बारे में जानना चाहते हैं तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।


मावा गुजिया बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स:

  1. गुजिया के आटा गूंधने के  लिए दूध के इस्तेमाल से गुजिया अच्छी बनती है। ‘
  2. गुजिया को मसाला भरने के बाद कोनो पानी जरूर लगाए इससे गुजिया खुलने की आशंका नहीं होती है। 
  3. यदि आपको ज्यादा दिनों  गुजिया रखना है  तो आप एक एयर टाइड बर्तन में 10 दिन तक आसानी से रख सकते है। 
  4. गुजिया में मसाला आप अपनी पसंद के अनुसार भर सकते है यदि आप पहली बार गुजिया बना रहे है तो 1 चम्मच  तक ही मावे के मसाले को भरे।  इससे गुजिया खुलने की शंका नहीं होगी। 
  5. आप बिना गुजिया मेकर मोल्ड के भी अच्छी गुजिया बना सकते है। 

गुजिया समन्धित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):

प्रश्न: एक गुजिया में कितनी कैलोरी होती है?

उत्तर: गुजिया की कैलोरी उसमें इस्तेमाल की गई सामग्रियों पर निर्भर करती है, लेकिन आमतौर पर एक मध्यम आकार की गुजिया (आधा कप आटा, दूध और चीनी से बनी) के लगभग 250 से 300 कैलोरी होती है।

प्रश्न: गुजिया कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर: मुख्य रूप से 4 प्रकार बनाई जातीं है: 

मावा गुजिया: मावा गुजिया मावा, नारियल और ड्राई फ्रूट्स जैसी सामग्रियों से बनी होती है। यह एक प्रसिद्ध विधि है जो उत्तर भारत में ज्यादा पसंद की जाती है। 

खोया गुजिया: खोया गुजिया एक पारंपरिक गुजिया होती है जो खोया, नारियल, मेवे और चीनी से बनाई जाती है। 

चाशनी वाली गुजिया: चाशनी वाली गुजिया दूध से भरी होती है और इसमें सूखे मेवे और नारियल होते हैं। 

चॉकलेट गुजिया: यह गुजिया चॉकलेट से भरी होती है और आमतौर पर बच्चों को पसंद आती है।


प्रश्न: होली पर गुजिया क्यों खाई जाती है?

उत्तर: होली पर गुजिया खाना भारतीय परंपरा है। होली त्योहार को मनाने के दौरान गुजिया तैयार की जाती है और दोस्तों और परिवार के साथ बांटा जाता है। कुछ लोग मानते हैं कि गुजिया को खाने से पहले उसमें शक्कर डालना एक पुरानी परंपरा है, जो एक दूसरे के साथ भागीदारी और स्नेह का प्रतीक है। इसलिए, होली पर गुजिया खाना एक सामाजिक और भावनात्मक संबंध को दर्शाता है।


प्रश्नगुजिया कितने समय तक चलती है?

उत्तर: गुजिया आमतौर पर एक मिठाई है जो शुभ अवसरों पर खाई जाती है, जैसे कि होली, दीवाली और गणेश चतुर्थी आदि। गुजिया अन्य मिठाइयों की तुलना में अधिक समय तक चलती नहीं है। ज्यादातर लोग इसे उस दिन ही खाते हैं। जब वह बनाई जाती है यदि गुजिया को संरक्षित ढंग से एयर टाइड बर्तन में रखा जाये तो  यह 10 दिन तक अच्छी तरह से रखी जा सकती है, लेकिन इसे लंबे समय तक संभाला नहीं जाना चाहिए क्योंकि इसका स्वाद और गुणवत्ता धीमी गिरावट के साथ कम होती जाती है।


प्रश्न: गुजिया के लिए कौन सा शहर प्रसिद्ध है?

उत्तर: गुजिया भारत की एक प्रसिद्ध मिठाई है और यह भारत के कई शहरों में उपलब्ध है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में गुजिया की विशेषता है और वहां गुजिया बनाने का एक विशेष पारंपरिक तरीका है। उत्तर प्रदेश के भोजपुरी, अवधी और मथुराई राज्यों में गुजिया बहुत प्रसिद्ध है। इसके अलावा, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली और पंजाब जैसे अन्य क्षेत्रों में भी गुजिया बनाई जाती है।


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